जोश में होश रखो
' उन बेचारों का क्या हुआ होगा ? ' रानी चेलना के मुख से अर्धनिद्रा में निकले ये शब्द सुने और राजा श्रेणिक के मन में उथल - पुथल मच गई । वह कौन है , जिसके विषय में रानी सोती - सोती भी चिंतन कर रही है । अवश्य यह अपने किसी प्रेमी की याद में बड़बड़ा रही है । कुलक्षिणी कहीं की , इसको एक सैकेण्ड भी घर नहीं रखूगा ।
जोश आया और होश खो बैठे । प्रातः होते ही मंत्री को बुलाया और आज्ञा दी – ' रानी के महल में आग लगा दो । ' और चल दिये भगवान महावीर के समवशरण में । _ _ भगवान की देशना में सतियों की बात चल रही थी और रानी चेलना को सतियों में प्रथम नम्बर दिया जा रहा था । श्रेणिक ने सुना , धक्क से रह गया , विचारों की श्रृंखला चल पड़ी । वहाँ मैंने क्या सुना था और यहाँ क्या सुन रहा हूँ जिसको मैं पापिनी , दुश्चरित्रा समझ बैठा था उसी को भगवान की देशना में बताया जा रहा है महासती । यह कैसे हो सकता है ? शंका का समाधान तो होना ही चाहिए । प्रश्न किया तो दिव्यध्वनि में खिरा ; रानी चेलना जब समवशरण से जा रही थी तो मार्ग में देखा एक महान् तपस्वी मुनिराज नग्न दिगम्बर साधु कड़ाके की ठंड में खुले आकाश के नीचे , नदी किनारे बैठे ध्यान कर रहे थे । रात्रि में रानी महल में रजाई ओढ़े सो रही थी , उसका एक हाथ रजाई से बाहर निकला और वह अकड़ गया । तब उसके मुँह से निकल पड़ा - ' उन बेचारों का क्या हुआ होगा ? ' उसका ध्यान तब उन मुनिराज पर चला गया था । राजा श्रेणिक सिर धुनने लगा , फौरन वहाँ से चला और मंत्री से नानी नानी कहो कहानी
पूछा - क्या चेलना के महल में आग लगा दी ? उत्तर में हाँ सुनकर राजा बहुत दुःखी हुआ , मैंने बड़ा पाप किया , अब क्या होगा , कैसे प्रायश्चित होगा उस महान् पाप का ? मंत्री के आश्वस्त करने पर कि आग तो महल के अहाते में लगाई थी ; क्योंकि मैं जानता था कि आपका यह आदेश जोश में है , होश में नहीं , आप निश्चित रहिए , आग अभी रानी | के महल तक नहीं पहुँची होगी , श्रेणिक संतुष्ट हुआ । . . बस राजा के दम में दम आया । विचारने लगा कि जोश में कोई काम नहीं करना चाहिए । कितनी बड़ी दुर्घटना होने से टल गई । आओ , जरा हम भी आज प्रतिज्ञा करें कि जोश में कोई भी काम नहीं करेंगे । जोश आएगा तो होश न खोएँगे । इतना यदि हो गया तो कितने पापों से बच जाएँगे , आपका भविष्य ही आपको बताएगा ।
गाय , भैंस के दूध को तो मूल्य देकर खरीद सकते हैं , परन्तु माँ के दूध की कोई कीमत नहीं ।