1. "द्रव्यसंग्रह" ग्रंथ के रचयिता कौन है?
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2. प्रस्तुत ग्रंथ में कितनी गाथाएं है?
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3. प्रस्तुत ग्रंथ की रचना कहां हुई ऐसा माना जाता है?
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4. प्रस्तुत ग्रंथ में जीवद्रव्य को कितने अधिकारों में बताया?
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5. जिनेंद्र भगवान कितने इंद्र द्वारा वंदित है?
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6. जो गुण और पर्याय से सहित है उसे क्या कहते हैं?
2 points
7. द्रव्य कितने होते हैं?
2 points
8. व्यंतर और ज्योतिष के कितने इंद्र तीर्थंकर भगवान की वंदना करते हैं?
1 point
9. मुख्य रूप से प्राण कितने होते हैं?
2 points
10. प्राण किसे कहते हैं?
1 point
11. दो इंद्रिय जीव के कितने प्राण होते हैं?
2 points
12. 13वें गुणस्थानवर्ती अरिहंत भगवान के कितने प्राण होते हैं?
2 points
13. शुभ और अशुभ तेजस समुद्घात में कितनी लंबाई तक दुर्भिक्षता और सुभिक्षता होती है?
2 points
14. व्यवहार नय से जीव का लक्षण क्या कहा गया है?
1 point
15. जीव किस नय से राग द्वेष आदि भाव कर्मों का करता है?
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16. निश्चय नय से आत्मा कैसी है?
1 point
17. किस केवली समुद्घात में केवली भगवान के आत्मा के प्रदेश लोकाकाश के हर एक प्रदेश में फैल जाते हैं?
1 point
18. तेजस समुद्घात व आहार समुद्घात कौन से गुणस्थान वर्ती मुनि महाराज के निकलता है?
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19. शंख आदि जीव कितने इंद्रिय वाले होते हैं?
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20.निर्वृत्त्यपर्याप्तक जीव किसे कहते हैं?
1 point
21. परिणमन किस द्रव्य का लक्षण है?
1 point
22. मार्गना किसे कहते हैं?
1 point
25. कर्म नाश होने का सही क्रम है...
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26. किस कर्म के नाश से कौन सा गुण प्रगट होता है?
4 points
27. कौन सा द्रव्य सभी द्रव्य को स्थान देता है?
1 point
28. (१)सारे पुद्गल द्रव्य अजीव द्रव्य है, लेकिन सारे अजीव द्रव्य पुद्गल नहीं।(२) सभी अजीव द्रव्य अमूर्तिक हैं, पुद्गल को छोड़कर।
1 point
29. 'पुढवि' शब्द का अर्थ होता है-
1 point
30. धर्म द्रव्य अधर्म द्रव्य कैसे कारण है?
1 point
31. लोकाकाश का परिमाण कितना मानेंगे?
1 point
32. कालाणु कितने हैं?
2 points
33. अस्ति, कायवान एवम् अस्तिकाय द्रव्य पहचानिए।
6 points
34. प्रदेश किसे कहते हैं?
2 points
35. मुक्त आत्माओं की गति मोक्ष स्थान से आगे क्यों नहीं हैं?
2 points
36. आत्मा के जिन राग द्वेष आदि परिणामों से कर्म आते हैं उसे क्या कहते हैं?
2 points
37. भावास्रव के भेद नहीं होते हैं?
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38. आत्मा व कर्मों का बंध इस तरह से नहीं होता...
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39. बंध के कारण पहचानिए।
4 points
40. वर्तमान में मुनि महाराज जी को अधिकतम कौन सा गुणस्थान हो सकता है?
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41. जिन आत्म परिणाम से समय पाकर भोगा गया कर्म पुद्गल नष्ट होता है, उसे कहते हैं?
2 points
42. अशुभ आयु इनमें से क्या है?
2 points
43. सम्यक्दर्शन सम्यग्ज्ञान सम्यक्चारित्र मय आत्मा किस नय से मोक्ष का कारण है?
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44. सम्यग्ज्ञान क्या होता है?
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45. सत्तावलोकन मात्र ग्रहण, आकार एवं विशेषता को ग्रहण न करना क्या कहलाता है?
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46. छद्मस्थों के विषय में यह बात घटित नहीं होगी...
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47.व्यवहार नय से चारित्र कितने प्रकार का है?
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48.थिरमिच्छहि....चित्तं। गाथा पूर्ण कीजिए।
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49. ध्यान योग्य मंत्र कैसे होने चाहिए?
2 points
50. अरिहंत परमेष्ठी के स्वरूप में आचार्य ने गाथा में यह बात नहीं लिखी है..
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51. भय कितने प्रकार के कहे गए हैं?
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52.'वसहो'शब्द का अर्थ लिखिए।
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53. उपाध्याय शब्द का अर्थ क्या होता है?
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54."मा चिट्ठह मां जंपह मा चिंतह"द्वारा आचार्य क्या कहना चाह रहे हैं?
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55. ध्यान रूपी रथ की धुरी को धारण करने वाले मुनि महाराज कैसे होते हैं?
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56. अंतिम गाथा में आचार्य नेमीचंद्र स्वामी ने मुनियों की कौन-कौन सी विशेषताएं बताई?
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57. श्रमण संस्कृति संस्थान की स्थापना किसके द्वारा की गई
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निम्न में से कौन द्रव्य नहीं है
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